हम में से शायद ही ऐसा कोई होगा जिसने आसमान में बादलों को नहीं देखा होगा । जब हवा तेज होती है तब ऐसा लगता की बादल आवारा हो गए है । कई शायरों ने भी आवारा बादल पर बहुत कुछ लिखा है । तो कहने का मतलब है की सभीने आवारा होने का इल्ज़ाम बादल पर ही लगाया है । क्या कभी किसीने ये इसके बारे में ज्यादा सोचा है ? जी हा , डॉक्टर लाखाणी ने सोचा है और बहुत ही अलग सोचा है । इसी पर उन्ही की एक शायरी जरूर पढ़े ।